एक युवा सुंदरता बेबीसिटिंग के दौरान आत्म-आनंद में लिप्त होती है, अपनी उंगलियों से अपनी रसीली, जंगली झाड़ी की खोज करती है। जब उसका भाई घर लौटता है, तो वह उत्सुकता से उसकी प्रगति का स्वागत करती है, जिसका समापन उसकी खिलती पंखुड़ियों पर एक संतोषजनक चरमोत्कर्ष में होता है।